आस्था और विश्वास का पवित्र स्थान " अशोक धाम "
!! इन्द्रमनेश्वर शिव धाम !!
अशोक धाम का मुख्य वेब साईट - http://www.ashokdham.org/
!! इन्द्रमनेश्वर शिव धाम !!
अशोक धाम का मुख्य वेब साईट - http://www.ashokdham.org/
ऐसे तो हमारे देश में मंदिरों की कमी नहीं है, हमारे देश में जहा भी आप जायेंगे वह पर एक मंदिर जरुर मिल जायेंगे . इसी प्रकार से बिहार के लखीसराय
जिले में बल्गुदर गांव के पास चौकिया गांव में “ अशोक धाम “ नाम एक पवित्र स्थान है, जहाँ पर परम पिता
परमात्मा महदेव शिव का मंदिर है , ऐसी मान्यता है कि यहाँ जो शिव लिंग भू – गर्भ से निकला है और
इससे व्यास जैसा और कही नहीं है .
यहाँ के लोगों के
अनुसार , चौकिय गांव के एक किसान श्री अशोक नामक व्यक्ति अपने खेतों में खेती वारी
के लिए जुताई के दौरान पवित्र शिव लिंग मिला ! बहुत दिनों तक उस स्थान पर देवी
देवताओं का मूर्ति मिलता रहा है , शायद अगर अभी भी खुदाई किया जाए तो और भी देवो
के मूर्ति आदि मिल सकते हैं.
ऐसा माना जा रहा है
कि , श्री इन्द्रेश्वर महाराज जी कि इस विरासत के राजा थे, उन्होंने ही इस मंदिर
का निर्माण वर्षों पूर्व किया था . वो लखीसराय के लाल पहाड़ी स्थान पर उनका राज महल
था, वही से सुरंग बनवाया गया था, जो कि
सीधे चौकिया गांव के इस मंदिर में आता था . राज महल के राजा . रानिया इसी रास्ते
का इस्तमाल करते था. सुरंग का तो अभी भी पता है क्यूँ इस तरह के रास्ते खोजे गए
हैं.
चौकियअ गांव के
लोगों के अनुसार, किसी के पास इसकी जानकारी नहीं है, कि यहाँ कोई मंदिर था या
नहीं. लेकिन जग खुदाई हुई है तब जाकर यहाँ विभिन्न प्रकार के मूर्ति निकले है जो
इस सदी के नहीं है.
पवित्र शिवलिंग और
माता पार्वती का मूर्ति दोनों साथ खुदाई में मिले थे, लेकिन कुछ दिनों के बाद ही ,
किस कारन से वहाँ से गायब हो गया या किसी आसामाजिक तत्वों द्वारा उठा लिए गए.
क्यूँ जब वह पर खुदाई हो रहा था , तब न तो प्रशाशन और न तो वहाँ के गांव के लोग ने
इस पर ध्यान दिया.
समय बीतता गया ,
बिहार से झारखण्ड अलग हो गया ! पहले लोग
देवघर में जाकर वैद्यनाथ धाम जाकर शिव जी कि पूजा करते थे. लेकिन बाद में धीरे
धीरे लोगों ने इस शिव लिंग के पूजा यही प्रारंभ कर दिए. जिस व्यक्ति को पवित्र शिव
लिंग मिले थे उनके ही नाम पर इस का “ अशोक धाम “ रख दिया गया.
यहाँ आने – जाने का
बिलकुल आसान रास्ता है. अगर आप लखीसराय रेलवे स्टेशन से आते है तो 8 किलोमीटर का
रास्ता है . लखीसराय रेलवे स्टेशन से आप ऑटो या अपना गाडी से विद्यापीठ चौक आईये
उसके बाद नेशनल हायवे पर बडहिया जाने के वाले रोड पर 2 किलोमीटर जाने के बाद बल्गुदर गांव के सामने से सीधे रोड अशोक शाम के लिए जाती
है.